सीता वल्लभा श्री राम सर्वान्तर्यामी हैं🙏
आज भी राम और रावण निरंतर युद्ध कर रहे हैं, परन्तु कलियुग मे मानव की सोच ही युद्ध का अंतिम निर्णय लेता है, विजय - पराजय का प्रतिशत तो हमारे सोच से जन्म लेता हैं। फिलहाल जीत , ज्ञान या अज्ञान पर आधारित हैं,ये तत्कालीन लोक ही जाने। क्योंकि कलयुग हैं मित्र , स्वयं सब जानता है समझकर पहचान भी न करपाता हैं ये मानव। श्रीराम सर्वांतर्यामी हैं ,ये सत्य भूलकर , घी से भरी दीपाली को भूलकर , दुष्प्रभाव से भरी पटाके के मोझ में भरा रहता हैं। मानव भूलजाता हैं कि वह स्वयं राक्षस रूप धारण करके भूदेवी को दुख दे रहा है। शुभ दिया वाली दिवाली🙏🏻