ज्ञात अज्ञेय
•परिचय ~
नाम- सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
जन्म-7 मार्च सन् 1811 ई०जन्म – स्थानकसया (कुशीनगर)
मृत्यु-4 अप्रैल, 1987
पत्नी का नाम- कपिला
पिता का नाम-पंडित हीरानन्द शास्त्री
माता का नाम-वयन्ती देवी
•सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' हिंदी साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले महान रचनाकार हैं l
उनकी यात्रा ब्रिटिश भारतीय सेना में कप्तान से स्वतंत्रता सेनानी के रूप में बदली जहाँ इन्हें भगत सिंह को जेल से बाहर निकालने का काम सौंपा गया l जब योजना को निरस्त कर दिया गया और तब वह छिप गए, नवंबर 1930 में अमृतसर में अज्ञेय जी को गिरफ्तार कर लिया गया और लगभग 4 साल जेल और 2 साल स्वयं घर में नजरबन्द में काटे गए l जेल में उसकी कलम ने "शेखर: एक जिवानी" रचना को जन्म दिया, जिसे जेल अधिकारियों द्वारा ज़ब्त करदिया गया l
•अज्ञेय जी की चिरस्मरणीय योगदानों में ~
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में एक विजिटिंग फैकल्टी के रूप में।
वह प्रगतिशील लेखक संघ (PWA) से जुड़े थे।
1964- साहित्य अकादमी पुरस्कार
1978- ज्ञानपीठ पुरस्कार
•प्रमुख कृतियाँ
कविता भग्नदूत (1933)
चिंता (1942)
इत्यलम (1946)
हरी घास पर क्षण भर (1949)
बावरा अहेरी (1954)
आंगन के पार द्वार (1961)
पूर्वा (1965)
कितनी नावों में कितनी बार (1967)
क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1969)
सागर मुद्रा (1970)
पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ (1973)
•उपन्यास
शेखर,एक जीवनी (1966)
नदी के द्वीप (1952)
अपने अपने अजनबी (1961)
आज श्रीमान अज्ञेय जी का 34 वी पुण्यतिथि के अवसर पर कोटि कोटि प्रणाम ।
नाम- सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
जन्म-7 मार्च सन् 1811 ई०जन्म – स्थानकसया (कुशीनगर)
मृत्यु-4 अप्रैल, 1987
पत्नी का नाम- कपिला
पिता का नाम-पंडित हीरानन्द शास्त्री
माता का नाम-वयन्ती देवी
•सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' हिंदी साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले महान रचनाकार हैं l
उनकी यात्रा ब्रिटिश भारतीय सेना में कप्तान से स्वतंत्रता सेनानी के रूप में बदली जहाँ इन्हें भगत सिंह को जेल से बाहर निकालने का काम सौंपा गया l जब योजना को निरस्त कर दिया गया और तब वह छिप गए, नवंबर 1930 में अमृतसर में अज्ञेय जी को गिरफ्तार कर लिया गया और लगभग 4 साल जेल और 2 साल स्वयं घर में नजरबन्द में काटे गए l जेल में उसकी कलम ने "शेखर: एक जिवानी" रचना को जन्म दिया, जिसे जेल अधिकारियों द्वारा ज़ब्त करदिया गया l
•अज्ञेय जी की चिरस्मरणीय योगदानों में ~
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में एक विजिटिंग फैकल्टी के रूप में।
वह प्रगतिशील लेखक संघ (PWA) से जुड़े थे।
1964- साहित्य अकादमी पुरस्कार
1978- ज्ञानपीठ पुरस्कार
•प्रमुख कृतियाँ
कविता भग्नदूत (1933)
चिंता (1942)
इत्यलम (1946)
हरी घास पर क्षण भर (1949)
बावरा अहेरी (1954)
आंगन के पार द्वार (1961)
पूर्वा (1965)
कितनी नावों में कितनी बार (1967)
क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1969)
सागर मुद्रा (1970)
पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ (1973)
•उपन्यास
शेखर,एक जीवनी (1966)
नदी के द्वीप (1952)
अपने अपने अजनबी (1961)
आज श्रीमान अज्ञेय जी का 34 वी पुण्यतिथि के अवसर पर कोटि कोटि प्रणाम ।
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